एक समय में आप राजनीति पर अपनी
भविष्श्वाणी कर सकते हैं कि इस बार किस की लहर है और कौन सरकार बना रहा है।
परंतु मोबाइल (#Mobile) जगत पर किसी भी तरह की कोई टिप्पणी करना बेहद मुश्किल है।
यहां दशा और दिशा हर रोज बदल जाती हैं। जिस फोन पर आस होती है वह फ्लॉप हो
जाता है और कोई अनजान चेहरा आकर बाजी मार जाता है। पिछले कुछ सालों में
स्थिति ऐसी ही देखने को मिली है।
माइक्रोमैक्स को कैनवस 2 (Micromax Canvas 2) आपको याद होगा। बड़े-बड़े शूरवीरों के बीच इस फोन ने कंपनी को एक नई ऊँचाई दिलाई। वहीं दूसरी ओर भारत खत्म हो गया मोटोरोला को एक फोन ने फिर से जिंदा कर दिया। मोटोरोला (Motorola) का मोटो जी (Moto G) फोन भारत में लाॅन्च होने के साथ ही तहतका मचा दिया। बेहतरीन क्वालिटी और शानदार फीचर के बदौलत यह फोन आज हर ओर लोकप्रियता बटोर रहा है।
मोटो जी (Moto G) की लोकप्रियता से ओत प्रोत मोटोराला ने फिर से भारत में अपना एक
और शूरवीर मोटो ई (Moto E) को उतारा है। कम बजट का यह फोन अपने अडवांस आॅपरेटिंग और
शानदार फीचर के लिए चर्चा का विषय बना हुआ है और आॅन लाइन स्टोर
फ्लिपकार्ट (flipkart.com) पर बुकिंग के सारे रिकाॅर्ड तोड़ रहा है। मोटो ई (Moto E) के इस फोन को
माक्रमैक्स ने यूनाईट 2 (Micromax Unite2 ) से चुनौति दी है।
मोटोरोला (Motorola) को मोबाइल तकनीक विरासत में मिली है तो मोबाइल की दुनिया में
माइक्रोमैक्स (#micromax) हाल में ही जवान हुआ है। मोटो ई और यूनाईट 2 की इस जंग में अब
देखना यह है कि बाजी अनुभवी मोटोरोला के पाले में जाता है या अपनी बाजीगरी
के लिए मसहूर अक्रामक माइक्रोमैस के हाथों में।
हुस्न और अदाएं
मोटोरोला मोटो ई की स्क्रीन छोटी है और इस वजह से देखने में यह छोटा लगता है। मोटो ई की बाॅडी कर्व है जो हथेली में आपको अच्छा अहसास कराएगा। हालांकि यह मोटो ई की कमी भी कही जा कसती है। फोन के किनारे पतले हैं कर्व बाॅडी की वजह से फोन बीच से थोड़ा मोटा हो जाता है। आज जबकि 6-7 एमएम फोन प्रचलन में हैं मोटो ई 12 एमएम से भी मोटा है। यूनाई को भी आज के स्लीक फोन के श्रेणी में नहीं रखा जा सकता लेकिन हां इतना जरूर कहा जा सकता है कि मोटो ई से पतला है।
हुस्न और अदाएं
मोटोरोला मोटो ई की स्क्रीन छोटी है और इस वजह से देखने में यह छोटा लगता है। मोटो ई की बाॅडी कर्व है जो हथेली में आपको अच्छा अहसास कराएगा। हालांकि यह मोटो ई की कमी भी कही जा कसती है। फोन के किनारे पतले हैं कर्व बाॅडी की वजह से फोन बीच से थोड़ा मोटा हो जाता है। आज जबकि 6-7 एमएम फोन प्रचलन में हैं मोटो ई 12 एमएम से भी मोटा है। यूनाई को भी आज के स्लीक फोन के श्रेणी में नहीं रखा जा सकता लेकिन हां इतना जरूर कहा जा सकता है कि मोटो ई से पतला है।
4.7 इंच की स्क्रीन के लिहाज से यह
काफी चैड़ा दिखाई देता है। यूनाईट 2 की अपेक्षा मोटो ई की बिल्ट क्वालिटी
ज्यादा बेहतर है और यह सुंदर भी है। मोटो ई के साथ कंपनी ने 13 अलग-अलग
रंगों के बैक पैनल पेश किया है। हालांकि ये सेल्स पैक के साथ उपलब्ध नहीं
है इसे आपको अलग से लेना होगा। परंतु उपभोक्ता के पास विकल्प है कि वह चाहे
तो बदल सकता है। कुल मिलाकर खुबशूरती की बात आती है तो मोटो ई यूनाईट 2 की
अपेक्षा कहीं बेहतर है।
ताकत की आजमाइश
जैसा कि हम पहले ही बात कर चुके हैं कि माइक्रोमैक्स यूनाईट 2 की स्क्रीन बड़ी है। फोन में 4.7 इंच की स्क्रीन दी गई है। वहीं मोटो ई में 4.3 इंच का डिसप्ले है। हालांकि स्क्रीन रेजल्यूशन मोटो ई का बेहतर है। यूनाई 2 का स्क्रीन रेजल्यूशन 480x800 पिक्सल है जबकि मोटो ई में 540x960 पिक्सल रेजल्यूशन की स्क्रीन दी गई है।
जैसा कि हम पहले ही बात कर चुके हैं कि माइक्रोमैक्स यूनाईट 2 की स्क्रीन बड़ी है। फोन में 4.7 इंच की स्क्रीन दी गई है। वहीं मोटो ई में 4.3 इंच का डिसप्ले है। हालांकि स्क्रीन रेजल्यूशन मोटो ई का बेहतर है। यूनाई 2 का स्क्रीन रेजल्यूशन 480x800 पिक्सल है जबकि मोटो ई में 540x960 पिक्सल रेजल्यूशन की स्क्रीन दी गई है।
इसमें कोई शक नहीं कि मोटो
का डिसप्ले ज्यादा बेहतर है। यूनाई 2 की इंटरनल मैमोरी 4 जीबी है और 1 जीबी की रैम मैमोरी दी गई है। इसके अलावा 32 जीबी तक का कार्ड सपोर्ट है।
मैमोरी का समान स्पेसिफिकेशन मोटो ई में भी है। परंतु मोटो ई को धूल व पानी
अवरोधक बनया गया है। हालांकि यह सोनी के एक्सपीरिया जेड की तरह नहीं है कि
पानी में डालने में भी खराब नहीं होगा। परंतु बारिश में आप इसमें बात कर
सकते हैं। यूनाईट में इस तरह का कोई भी फीचर नहीं है।
माइक्रोमैक्स यूनाइट 2
प्रोसेसर के मामले में कहीं ज्यादा बेहतर है। फोन में 1.3 गीगाहट्र्ज का
कोर्टेक्स ए7 क्वाडकोर प्रोसेसर है। जबकि मोटो ई में 1.2 गीगाहट्र्ज का
प्रोसेसर दिया गया है। मोटो ई क्वाकाॅम चिपसेट पर आधारित है जो अपने बेहतर
क्वालिटी के लिए जाना जाता है जबकि यूनाई2 में आपको मीडियाटेक प्रोसेसर
मिलेगा। पावर बैकअप के में कोई खास अंतर नहीं है। यनाईट2 में 2000 एमएएच की
बैटरी दी गई है जबकि मोटो ई में 1980 एमएएच की बैटरी है। हालांकि दोनों
फोन में दोहरा सिम सपोर्ट है।
इस तरह हार्डवेयर के मामले में देखें तो माइक्रोमैक्स ज्यादा ताकतवर
नजर आता है फोन में क्वाडकोर प्रोसेसर और बड़ी स्क्रीन है। परंतु फीचर के
मामले में मोटो ई उससे कहीं बेहतर दिखता है।
बेहतर स्क्रीन रेजल्यूशन के
साथ धूल व पानी अवरोधक और क्वालकाॅम प्रोसेसर इसकी उपयोगिता को बढ़ाते हैं।
रही बात परफाॅर्मेंस की तो इसके लिए हमने अंतराष्ट्र्री स्तर पर उपलब्ध कई
बेहतर बेंच मार्क पर इन दोनों फोन का परिक्षण किया और माइक्रोमैक्स यूनाईट
2 कहीं ज्यादा बेहतर साबित हुआ। ऐसे में हार्डवेयर के मामले में यूनाइट 2
विजेता कहा जाएगा
इन्हें समझना है आसान
माईक्रोमैक्स यूनाइट2 और मोटो ई दोनों
स्मार्टफोन हैं। तो ऐसे में हमने यहां यह देखने की कोशिश की कि कौन सा फोन
ज्यादा स्मार्ट है। सबसे पहले तो यह बता दूं कि माइक्रोमैक्स यूनाइट 2 और
मोटो ई दोनों को एंडराॅयड के सबसे नवीन आॅपरेटिंग सिस्टम 4.4 कीटकैट पर
उपलब्ध् है। जहां तक यूजर इंटरफेस की बात है तो दोनों में बहुत खास अंतर
नहीं है।
हालांकि मोटो ई प्लेन एंडराॅयड फोन है जबकि माइक्रोमैक्स में कुछ
ट्विक्स मिलेंगे। मोटो ई में एप्लिकेशन की संख्या यूनाइट 2 की अपेक्षा कम
है लेकिन यूनाइट 2 में कई अनचाहे एप्लिकेशन की भरे पड़े हैं। इसके अलावा
यदि टच इंटरफेस की बात करें तो वहां भी मोटो ई आपको ज्यादा बेहतर अहसास
कराएगा।
इतना ही नहीं मोटो ई एंडराॅयड के आने वाले नए आॅपरेटिंग पर आसानी
से अपडेट होने में सक्षम है। ऐसे में आपका फोन भले ही पुराना हो जाएगा
लेकिन इसका आॅपरेटिंग नया रहेगा और इसमें बेहतर एप्लिकेशन और गेम का मजा ले
सकते हैं।
मल्टीमीडिया
मल्टीमीडिया के मामले में मोटो ई यूनाइट 2 के आगे नहीं
ठहरता। हालाँकि मोटो ई और यूनाइट 2 दोनो में 5.0 मेगापिक्सल का कैमरा है
लेकिन मोटो ई का कैमरा फिक्सड फोकस है और यूनाइट 2 में आॅटोफोकस कैमरा दिया
गया है। इसके साथ ही मोटो ई में आपको कैमरे के साथ फ़्लैश नहीं दिया गया है
जबकि यहां भी यूनाइट 2 आगे है।
रही बात पिक्चर क्वालिटी की तो मोटो ई भी
ठीक-ठाक तस्वीर लेने में सक्षम है लेकिन आम इससे बेहतर मैक्रो शाॅर्ट की
कामना नहीं कर सकते जबकि इस मामले में यूनाइट 2 बेहतर कहा जाएगा। म्यूजिक
के मामले में भी यूनाईट 2 मोटो ई पर कहीं भारी पड़ता है। कुल मिलाकर
मल्टीमीडिया क्षेत्र में यूनाइट 2 एकतरफा जीत हासील करने में सफल होता है।
तो असली योद्धा यह है
सभी पैमानों पर मापने के बाद यहां यह फैसला
करना बेहद ही मुश्किल हो जाता है कि असली विजेता कौन है। क्योंकि लुक और
आॅपरेटिंग में यदि मोटो ई बाजी मारता नजर आता है तो हार्डवेयर और
मल्टीमीडिया के मामले में माइक्रोमैक्स यूनाइट 2 के आगे मोटो ई कहीं नहीं
ठहरता। तो क्या इस जंग को बराबरी पर ही छोड़ा जाए! नहीं एक वीजेता चुनाना
होगा।
वैसे तो इस लेख को पढ़कर आप खुद फैसला कर सकते हैं लेकिन यदि मैंने
इस चुनौति का परिदृश्य तैयार किया है इस लिहाज से मुझे अपना विचार रखना
जरूरी है और मेरा मत जाता है मोटो ई को। यह बात सच है कि यूनाइट 2 में
ताकतवर हार्डवेयर और बेहतर मल्टीमीडिया है लेकिन यहां जंग स्मार्टफोन की है
और इस मामले में मोटो ई कहीं बेहतर है।
बेहतर एंडराॅयड, आसान आॅपरेटिंग,
शानदार टच रिस्पाॅन्स और बेहतर स्क्रीन रेजल्यूशन के अलावा यह भी मालूम है
कि मोटो ई को एंडराॅयड आॅपरेटिंग सिस्टम के नए अपडेट भी मिलेंगे।
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