जब हम मोबाइल फोन खरीदते हैं तो केवल उसमें कैमरा या मैमोरी आदि के बारे में ही बात करते हैं। किंतु हमें यह भी पता होना चाहिए कि इसमें कौन सी स्क्रीन का उपयोग हुआ है या कौन से प्रोसेसर का इस्तेमाल किया गया है, मोबाइल के उपयोग के साथ ही मोबाइल से जुड़े तकनीकी शब्दों की भी जानकारी भी लाभदायक है। आज हम बात करेंगे मोबाइल फोन डिसप्ले के बारे में।
क्लियर ब्लैक - इस डिसप्ले को नोकिया द्वारा 2007 में विकसित किया गया। इसके द्वारा फोन की स्क्रीन व सतह के बीच की अवरोधकता को रोकती है। जिससे हैंडसेट का डिसप्ले बेहतर नजर आता है। क्लियर ब्लैक स्क्रीन पर पड़ने वाले रेफलेक्शन को हटाता है खासतौर पर धूप में स्क्रीन क्वालिटी को बेहतर दर्शाने का कार्य करता है। यह ओवी मैप जैसे एप्लिकेशन के लिए अधिक उपयोगी है।
रेटिना डिसप्ले - एप्पल द्वारा उपयोग की जाने वाली डिसप्ले है जो कि आईफोन में इस्तेमाल की जाती है। कई बार फोन में उच्च रोशनी आंखों में चुभती है जो इस डिसप्ले के कारण कम हो जाती है। यह फोन व उपभोक्ता के बीच की दूरी पर भी निर्भर करता है। इसका उपयोग एप्पल के अत्यधिक डिवाइस में किया जा रहा है जिनमें आईफोन, आईपोड टच, आईपैड मिनी और आईपैड एयर शामिल हैं।
मोबाइल ब्राविया - यह सोनी द्वारा उपयोग किया जाने वाला ब्रांड है इस डिसप्ले को अत्यधिक एलसीडी एचडी टीवी में इस्तेमाल किया जाता है। किंतु अब यह मोबाइल फोन में भी उपयोग किया जा रहा है। इससे फोन की स्क्रीन शाॅर्पनैस के साथ बहुत ही बेहतर नजर आती है। इस स्क्रीन का उपयोग सोनी एक्सपीरीया सीरीज फोन में अधिक देखा जा सकता है।
टीएफटी - (थिन फिल्म ट्रांसफर) इसकी स्क्रीन एलसीडी की तरह ही होती है। या यह कह सकते हैं कि यह एलसीडी का विकसित रूप है। टीएफटी स्क्रीन का उपयोग एक बेहतर विकल्प है। इसके डिसप्ले में तकनीकी का बेहतर प्रयोग किया गया है।
एलसीडी - (लिक्विड व क्रिस्टल डिसप्ले) यह आंखों पर तेज प्रकाश को रोकता है। आजकल मोबाइल फोन में इसका प्रचलन है। एलसीडी स्वयं कोई प्रकाश उत्पन्न नहीं करता बल्कि दूसरे स्रोत से पड़ने वाले प्रकाश को माॅडूलेट करता है। साथ ही एलसीडी स्क्रीन में हाई रेजल्यूशन की उपलब्धता होती है।
गोरिल्ला ग्लास - गोरिल्ला ग्लास होने से स्क्रीन को छोटी मोटी रगड़ से बचाया जा सकता है। इसे मुख्य तौर पर मोबाइल फोन, पोर्टेबल मीडिया प्लेयर, लैपटाॅप के अलावा कुछ टीवी स्क्रीन पर भी उपयोग किया जाता है। पहली बार गोरिल्ला ग्लास स्क्रीन का उपयोग 2007 में एप्पल द्वारा आईफोन में किया गया था। अब इसका विकसित रूप गोरिल्ला 3 प्रचलन में है।
ओलियो फोबिक कोटिंग - इस डिसप्ले के द्वारा आप अपने फोन की स्क्रीन को खराब व गंदा होने से बचा सकते हैं। कई बार हम चिकने हाथों से फोन को स्क्रीन को टच करते हैं जिससे वह चिकनी व खराब हो जाती है। यदि स्क्रीन ओलियो फोबिक कोटिंग से कवर है तो इस प्रकार की समस्या से बचा जा सकता है।
ड्रेगन ट्रेल - यह आशी ग्लास काॅरपोरेशन द्वारा बनाया गया है तथा यह थिनलैस और लाइटलैस के साथ ही स्क्रीन को डेमेज होने से बचाता है। यह भी कार्निंग गोरिल्ला से काफी मिलता जुलता डिसपले है। इसमें कठोर तथा पतले कांच की परत का इस्तेमाल किया जाता है जो कि स्क्रीन को जो कि स्क्रीन को रगड़ व खरोच इत्यादि से बचाती है। यही ड्रेगन ट्रेल डिसप्ले का सबसे बड़ा गुण हैं।
आईपीएस - इस स्क्रीन में उच्च स्तरीय रंगों के साथ नए अनुभव का अहसास होता है। एलजी के स्मार्टफोंस हाई क्वालिटी आईपीएस स्क्रीन के लिए ही जाने जाते हैं। इसमें अधिक पावरफुल बैकलाइट की आवश्यकता होती है तथा यह बेहतर रंगो को दर्शाता है। इसके माध्यम से स्क्रीन को एक व्यापक कोण से देखा जा सकता है।
एमोलेड - यह पुराने ओएलईडी का अपगेड है जो कि थोड़ा सा एडवांस है पर यह साधारण डिसप्ले ही है। इसे सूर्य के प्रकाश में देखना थोड़ा मुश्किल होता है। अब एमोलेड में और भी अपग्रेड बाजार में उपलब्ध है जैसे सुपर एमोलेड, सुपर एमोलेड प्लस, एचडी सुपर एमोलेड, एचडी सुपर एमोलेड प्लस और फुल एचडी सुपर एमोलेड आदि।
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