शियाओमी ने जब से भारत में दस्तक दिया है तब से किसी न किसी कारण वश चर्चा में ही रहा है। पहले कंपनी पर डाटा (#data) को चानी सर्वर पर भेजने का आरोप लगा तो कभी एयरफोर्स में शियाओमी (#Xiaomi) फोन के उपयोग पर रोक की बात कही गई। अब भारत में कपंनी के फोन को पूरी तरह से रोक लगाने की बात कही गई है।
दिल्ली उच्च न्यायालय ने शियाओमी (#xiaomi) सहित ईकाॅमर्स साइट फ्लिपकार्ट (Flipakrt.com) पर भी शियाओमी फोन के विक्रय पर रोक लगा दी है। कोर्ट का यह निर्णय एरिक्सन इंडिया द्वारा दायर किए उस केस की सुनवाई के लिए लिया गया है जिसमें कंपनी ने शियाओमी पर बगैर जानकारी के एरिक्सन (#ericsson) पेटेंट (#petent) के उपयोग का आरोप लगाया है।
दिल्ली हाईकोर्ट के जस्टीस जी पी मित्तल ने शियाओमी पर पेटेंट नियामों की अनदेखी करने और एरिक्सन को नुकसान पहंचाने का आरोप लगाते हुए। शियाओमी फोन के भारत में आयात, विक्रय, विज्ञापन और निमार्ण पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दिया है।
इसके साथ ही कोर्ट ने कस्टम अधिकारीयों का एक पैनल बनाया है जो शियाओमी और फ्लिपकार्ट परिसर में रखे गए डिवाइस की जांच कर चार हफ्तों के अंदर रिपोर्ट दायर करेगी। इसके साथ ही शियाओमी को अब तक भारत में बेचे गए डिवाइस की संख्या बताने को भी कहा गया है।
एरिक्शन का कहना है कि वह बिना किसी भेद-भाव वह किसी भी कंपनी को अपने लाइसेंस देने के लिए प्रतिबद्ध है। इस बाबत उसने शियाओमी को एक नोटिस भी जारी किया था जिसमें यह कहा गया था कि एक हलफनामा दायर कर यह जानकारी दे कि कितने फोन में एएमआर, ऐज और 3जी तकनीक का उपयोग किया गया है। परंतु शियाओमी (Xiaomi) से इस तरह की कोई भी जानकारी नहीं मिली।
गौरतलब है कि इससे पहले भी एरिक्शन माइक्रोमैक्स (#Micromax) और इंटेक्स (#Intex) सहित कुछ कंपनियों पर इस तरह का पेटेंट केस दायर कर चुका है।
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